घूमने की बेहतरीन जगह में से एक है हमारी दिल्ली
दिल्ली, भारत की राजधानी और एक प्रमुख सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक केंद्र है, यहाँ घूमने के लिए कई बेहतरीन जगहें हैं। दिल्ली अपने ऐतिहासिक स्मारकों, उद्यानों, संग्रहालयों, धार्मिक स्थलों और आधुनिक संरचनाओं के लिए विश्वभर में विख्यात है। यहाँ पर आपको प्राचीन इतिहास से लेकर आधुनिकता, वैज्ञानिक, तकनीकी, और सामाजिक-आर्थिक बदलावों से परिभाषित होने तक के सभी रूप देखने को मिलेंगे। इस शहर में हर प्रकार के यात्री के लिए कुछ न कुछ खास है, चाहे आप इतिहास प्रेमी हों, प्रकृति प्रेमी हों या फिर धार्मिक यात्रा के इच्छुक हों। यहाँ हम दिल्ली में घूमने लायक प्रमुख जगहों का विवरण कर रहें ताकि आपको अपनी यात्रा की बेहतर योजना बनाने में मदद मिल सके।
1. लाल किला (Red Fort)
- स्थान: नेताजी सुभाष मार्ग, चांदनी चौक
- निर्माण काल: 1648
- निर्माता: शाहजहां
- प्रवेश शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए ₹35 और विदेशी नागरिकों के लिए ₹550
- समय: सुबह 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक, सोमवार को बंद रहता है
लाल किला मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा 17वीं शताब्दी में बनवाया गया था। यह यमुना नदी के किनारे स्थित है और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में इसकी प्रमुख भूमिका रही है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यहाँ से प्रधानमंत्री झंडा फहराते हैं और देश को संबोधित करते हैं। यह विशाल किला लाल बलुआ पत्थर से बना है और इसका वास्तुशिल्प मुगल काल की शान को प्रदर्शित करता है। किले के भीतर आपको मुगलकालीन महल, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास और खूबसूरत बागीचे देखने को मिलेंगे। हर शाम यहाँ पर लाइट एंड साउंड शो का आयोजन भी किया जाता है, जो दिल्ली के इतिहास और इस किले की महत्ता को बेहद प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करता है।विशेषता: ऐतिहासिक स्थल, संग्रहालय और लाइट शो।
2. कुतुब मीनार (Qutub Minar)
- स्थान: मेहरौली
- निर्माण काल: 1193 में प्रारंभ
- निर्माता: कुतुब-उद-दीन ऐबक और इल्तुतमिश
- प्रवेश शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए ₹30 और विदेशी नागरिकों के लिए ₹500
- समय: सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
कुतुब मीनार दुनिया की सबसे ऊंची ईंटों से बनी मीनार है और यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है। इसका निर्माण कुतुब-उद-दीन ऐबक ने प्रारंभ किया और उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसे पूरा किया। यह मीनार 73 मीटर ऊंची है और इसमें पांच मंजिलें हैं। मीनार के आस-पास की जगह में कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद, अलाइ दरवाज़ा और लौह स्तंभ जैसे ऐतिहासिक स्मारक हैं। यह स्थान दिल्ली के ऐतिहासिक गौरव को दर्शाता है और इतिहास प्रेमियों के लिए बेहद आकर्षक है।
विशेषता: भारतीय-इस्लामी वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना।
3. इंडिया गेट (India Gate)
- स्थान: राजपथ, नई दिल्ली
- निर्माण काल: 1931
- निर्माता: एडविन लुटियंस
- प्रवेश शुल्क: नि:शुल्क
- समय: हमेशा खुला रहता है
इंडिया गेट, 42 मीटर ऊंचा एक युद्ध स्मारक है, जिसे प्रथम विश्व युद्ध और अफगान युद्ध में मारे गए भारतीय सैनिकों की स्मृति में बनाया गया था। यहाँ अमर जवान ज्योति भी स्थित है, जो अज्ञात सैनिकों की स्मृति में लगातार जलती रहती है। इंडिया गेट के आसपास हरियाली से घिरे हुए गार्डन और फव्वारे हैं, जो इसे दिल्लीवासियों और पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल बनाते हैं। यहाँ शाम के समय का वातावरण विशेष रूप से मनमोहक होता है, जब स्मारक की लाइटिंग की जाती है। हर साल गणतंत्र दिवस पर यहाँ विशाल परेड का आयोजन किया जाता है, जो दिल्ली की एक प्रमुख आकर्षण होती है।
इंडिया गेट भारत के शहीद सैनिकों की स्मृति में बना हुआ एक युद्ध स्मारक है। यहाँ पर शाम के समय का दृश्य बेहद सुंदर होता है, और लोग यहाँ पिकनिक मनाने और आराम करने आते हैं।
विशेषता: सुंदर गार्डन, नजदीक का बाज़ार, और रात में लाइट शो।
4. लोटस टेम्पल (Lotus Temple)
- स्थान: नेहरू प्लेस, नई दिल्ली
- निर्माण काल: 1986
- निर्माता: फ़रिबुर्ज़ साहबा
- प्रवेश शुल्क: नि:शुल्क
- समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक, सोमवार को बंद रहता है
कमल के आकार का यह मंदिर बहाई धर्म का एक प्रमुख पूजा स्थल है। इस मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है, जिसे सफेद संगमरमर से बनाया गया है और यह दिल्ली के प्रमुख स्थलों में से एक है। यहाँ लोग शांति और ध्यान के लिए आते हैं। मंदिर के भीतर कोई मूर्ति या धार्मिक प्रतीक नहीं है, और यह सभी धर्मों के लोगों के लिए खुला है। इस स्थल की शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक ऊर्जा लोगों को बेहद आकर्षित करती है। मंदिर के आस-पास का बागीचा भी बहुत खूबसूरत है और ध्यान के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करता है।विशेषता: ध्यान और शांति के लिए उपयुक्त स्थान।
5. अक्षरधाम मंदिर (Akshardham Temple)
- स्थान: नोएडा मोड़, नई दिल्ली
- निर्माण काल: 2005
- निर्माता: BAPS स्वामीनारायण संस्था
- प्रवेश शुल्क: नि:शुल्क, हालांकि कुछ शो और गतिविधियों के लिए शुल्क लगता है
- समय: सुबह 9:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक, सोमवार को बंद रहता है
अक्षरधाम मंदिर आधुनिक भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का प्रतीक है। यह मंदिर भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है और इसे अपने विशाल आकार, सुंदर नक्काशी और भव्य वास्तुकला के लिए जाना जाता है। मंदिर में भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता, और कला का मिश्रण देखने को मिलता है। यहाँ पर सांस्कृतिक शो, फव्वारा शो और नाव की सवारी जैसी गतिविधियाँ होती हैं, जो इस स्थल को और भी आकर्षक बनाती हैं। यह स्थान विशेष रूप से परिवारों के लिए एक अद्भुत स्थल है, जहाँ आप भारतीय परंपरा और धार्मिकता के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों का अनुभव कर सकते हैं।
विशेषता: सांस्कृतिक शो, नाव की सवारी और लाइट शो।
6. हुमायूं का मकबरा (Humayun’s Tomb)
- स्थान: निजामुद्दीन पूर्व, नई दिल्ली
- निर्माण काल: 1570
- निर्माता: हमीदा बानो बेगम
- प्रवेश शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए ₹30 और विदेशी नागरिकों के लिए ₹500
- समय: सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
हुमायूं का मकबरा मुगल वास्तुकला का एक अद्वितीय नमूना है और यह मकबरा यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है। इसे मुगल सम्राट हुमायूं की विधवा हमीदा बानो बेगम ने बनवाया था। यह मकबरा दिल्ली में मुगलकालीन स्थापत्य कला का प्रारंभिक उदाहरण है, जिसने बाद में ताजमहल जैसी भव्य इमारतों को प्रेरित किया। मकबरे के चारों ओर सुंदर बाग और नहरें हैं, जो इस स्थल को और भी मनोहारी बनाते हैं। यह स्थान शांतिपूर्ण और फोटोग्राफी के लिए आदर्श है।
विशेषता: शांतिपूर्ण वातावरण और फोटोग्राफी के लिए आदर्श।
7. जंतर मंतर (Jantar Mantar)
- स्थान: कनॉट प्लेस, नई दिल्ली
- निर्माण काल: 1724
- निर्माता: महाराजा जय सिंह द्वितीय
- प्रवेश शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए ₹15 और विदेशी नागरिकों के लिए ₹200
- समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
जंतर मंतर एक खगोलीय वेधशाला है, जिसे महाराजा जय सिंह द्वितीय ने 18वीं शताब्दी में बनवाया था। यह खगोलीय यंत्रों का एक समूह है, जिनका उपयोग सूर्य, चंद्रमा और ग्रहों की स्थिति को मापने के लिए किया जाता था। यह स्थल विज्ञान और इतिहास प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहाँ आकर आप पुराने समय के वैज्ञानिक ज्ञान और तकनीकों का अनुभव कर सकते हैं।
विशेषता: जंतर मंतर खगोलीय गणनाओं और समय मापन के लिए उपयोग किए जाने वाले विशाल यंत्रों की एक प्राचीन वेधशाला है, जो 18वीं शताब्दी में बनाई गई थी।
8. राज घाट (Raj Ghat)
- स्थान: महात्मा गांधी मार्ग, नई दिल्ली
- प्रवेश शुल्क: नि:शुल्क
- समय: सुबह 6:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक
राज घाट महात्मा गांधी का समाधि स्थल है
विशेषता: गांधी स्मृति, और शांति प्रिय स्थल।
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